हवाई यात्रा के लिए जल्दीबाजी में फर्जी आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट देने वाले प्लाज्मा डायग्नोस्टिक सेंटर के खिलाफ बुधवार को पटना के शास्त्रीनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। मौके से चार प्रतिष्ठित लैब की रसीदें व बिल भी जब्त किए गए हैं। अवैध टेस्ट करने, क्लीनिकल इस्टैबलिशमेंट एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन नहीं कराने और कोविड प्रोटोकॉल पालन नहीं करने में मामला दर्ज किया गया है।

विमानपत्तन प्राधिकरण के निदेशक ने पटना के जिलाधिकारी को सूचना दी थी कि कुछ लोग फर्जी आरटीपीसीआर रिपोर्ट पर यात्रा कर रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने पटना एयरपोर्ट पर फर्जी आरटीपीसीआर परीक्षण रिपोर्ट रैकेट की जांच के लिए टीम का गठन किया। इसमें नगर दंडाधिकारी जिला नियंत्रण कक्ष, नयाचार पदाधिकारी पटना, जिला कार्यक्रम प्रबंधक डीएचएस, डॉ। प्रशांत और पटना एयरपोर्ट के थानाध्यक्ष भी शामिल थे।
अवैध तरीके से किए जाते थे टेस्ट
जानकारी के आधार पर जांच टीम द्वारा प्लाज्मा डायग्नोस्टिक राजा बाजार में छापेमारी की गई। जांच के क्रम में पाया गया कि प्लाज्मा डायग्नोस्टिक क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट के तहत निबंधित नहीं है। डायग्नोस्टिक सेंटर की जांच में चार लैब की रिपोर्ट एवं पैसे का रसीद पाया गया। सेंटर द्वारा अवैध टेस्ट किए जाते थे और फर्जी रिपोर्ट जारी की जाती थी। साथ ही कोविड मानक का पालन नहीं किया जाता था। सरल पैथ लैब, जेनरल डायग्नोस्टिक इंटरनेशनल, हिंद लैब्स डायग्नोस्टिक सेंटर का नाम आया है। अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ। अविनाश कुमार सिंह के आवेदन के आधार पर शास्त्री नगर थाने में प्लाज्मा डायग्नोस्टिक के संबंधित मालिक/कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।