पिछलों दिनों उत्तरप्रदेश के समाजवादी पुरोधा मुलायम सिंह नहीं रहे । एक लम्बी समाजवादी लड़ाई लड़कर उन्होंने अपने बेटे के पैरों में समाजवादी साइकिल का पैडल देकर स्वर्गयात्रा पर निकल गए ।
अब चुकीं बेटे के पैरों के नीचे समाजवाद का पैडल था और पूरा का पूरा शरीर एक छोटे से समाजवाद पर खड़ा था तो ऐसे में भला क्या मजाल की उनके सिर पर मनुवादी सोच बैठकर इतरा पाती । तो हुआ यूं कि उन्होंने अपनी पूरी की पूरी शिखा ही समाजवादी साइकिल के नीचे दे डाली ।
पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया में एक तस्वीर खूब वायरल हो रही है। अपने पिता के कर्म में अखिलेश यादव पूरे तरीके से सफाचट दिख रहे हैं । यानी सर के बाल के साथ-साथ शिखा भी गायब है । हालांकि यह पहली बार नहीं हुआ है । इससे पहले इनकी पत्नी भी कई मंचों पर बिना सिंदूर, बिंदी और मंगलसूत्र के नज़र आ चुकी है । इसको लेकर ट्रोलरों ने कई तरीके से उनकी रेलाई शुरू कर दी है । पूरा का पूरा ट्वीटर गैंग इस तस्वीर के पीछे नहा धोकर पड़ ही गया था कि अखिलेश यादव की एक और तस्वीर सामने आ गई । पापा के संस्कार के समय उन्होंने कुर्ते के ऊपर जनेऊ (उत्तरी) पहन लिया । अब अचानक से समाजवाद के उपर मनुवाद आकर कुंडली मार लें तो हंगामा तो होना ही था सो फिर शुरू हुआ चिल्ल पों का दौर ।
खैर…बवाल एक और भी है । हिन्दू धर्म में बिना नखबाल के कोई भी बाल नहीं मुंडवाता है । अखिलेश ने कौन से धर्म का पालन किया यह तो अल्लाह ही जाने ।