![Bujurug Dampati Sadko ke gaddhe ko bhar rahe hain, Yah Bujurg Dampati Pesh kar rahe mishal, Real Hero of Society, Tamilnadu news, Social Media par bujurg dampti ki tasveer viral, Bihar lettest news, Bihar,](https://www.thehawabaaz.com/wp-content/uploads/2021/07/Bujurg-dampti-sadak-ke-gaddhe-ko-bharne-ka-kar-rahe-kaam.jpg)
आप रिटाइरमेंट के बाद क्या करना चाहेंगे ? इस सवाल के जवाब पर सबका लगभग एक सा ही जवाब होगा । मस्ती । किसी आइलैंड पर । किसी टुरिस्ट पैलेस में या घर पर ही रहकर । लेकिन क्या आपने कभी सोचा है रिटाइरमेंट के बाद आप एक ऐसी समस्या पर काम करना चाहेंगे जिससे लोग हमेशा बचते आ रहे हैं ।
![Bujurug Dampati Sadko ke gaddhe ko bhar rahe hain, Yah Bujurg Dampati Pesh kar rahe mishal, Real Hero of Society, Tamilnadu news, Social Media par bujurg dampti ki tasveer viral, Bihar lettest news, Bihar,](https://www.thehawabaaz.com/wp-content/uploads/2021/07/Bujrug-dampti-ne-pesh-ki-mishan-11-sal-se-apne-paise-se-bhar-rahen-sadak-ke-gaddhe.jpg)
आमतौर पर यह देखा जाता है कि किसी को कोई परेशानी होने पर वह उससे बचकर निकल जाता है । उसके स्थाई समाधान की बात नहीं करता । लेकिन दुनियां में अभी भी ऐसे कई लोग हैं जो समाधान के लिये हाथ बंटाते हैं । तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एक बुजुर्ग दंपति ने अपने काम से मिसाल कायम की है। 11 साल से यह बुजुर्ग दंपति सड़कों के गड्ढों को भरने का काम कर रहा है।
न्यूज एंजेंसी एएनआई के अनुसार गंगाधर तिलक कटनम कहते हैं,
‘मैं भारतीय रेलवे से रिटायर होने के बाद यहां ट्रांसफर हुआ हूं। गड्ढों की वजह से आए दिन हादसे होते रहते हैं। मैंने मामले को संबंधित प्राधिकार से भी लिया, लेकिन समाधान नहीं हुआ। ऐसे में मैंने खुद से इन्हें ठीक करने का फैसला किया। मैं इस काम के लिए अपनी पेंशन के पैसे खर्च कर रहा हूं।’
बुजुर्ग दंपति का दावा है कि वो अब तक 2,000 से अधिक गड्ढों को भर चुके हैं। खास बात यह कि इस काम में उनकी पत्नी में उनका साथ दे रही हैं। गौरतलब हो कि सड़क किनारे खुले पाट्होल्स (सड़क का गड्ढा) रोड एक्सीडेंट का बड़ा कारण बनते हैं। ऐसे में गंगाधर तिलक और उनकी पत्नी अपने काम से कई जिंदगियों को बचाने का काम कर रहे हैं। उनके इस काम के लिए सलाम तो बनता ही है।