सोनाली कुमारी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को सूबे के 8 जिलों के 16 क्वारंटाइन केंद्रों पर रहे प्रवासी कामगारों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की। लगातार तीसरे दिन वह वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से क्वॉरेंटाइन केंद्रों का जायजा ले रहे थे इस क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के बाहर जिन निजी कंपनियों में बिहार के प्रवासी कामगार थे उन कंपनियों ने इनका ख्याल नहीं रखा । यह उनका दायित्व बनता था। लोगों को बाहर काफी कष्ट हुआ है हमारी इच्छा है कि सभी को यही रोजगार मिले। किसी को अकारण बाहर नहीं जाना पड़े । हम सबके रोजगार की यही व्यवस्था करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में उद्योग लगाने ,पर बिहार के कारोबारी वर्ग को भी विचार करना चाहिए नए उद्योग लगाएं सरकार हर संभव मदद को तैयार है बिहार में कपड़ा, जूता, बैग ,फर्नीचर, साइकिल आदि से जुड़े उद्योग की असीम संभावनाएं हैं । हम उपभोक्ता राज्य हैं और हमारे पास बहुत बड़ा बाजार है बाजार की जरूरतों के अनूप उद्योग लगाएं। भागलपुर एवं मुंगेर में कपड़ा उद्योग खासकर सिल्क उद्योग की अपार संभावनाएं हैं ,भागलपुर का सिल्क उद्योग पूरी दुनिया भर में प्रसिद्ध है।0020पहले इस सिल्क का निर्यात किया जाता था। भागलपुर के इस उद्योग की क्षमता की पहचान कर आगे का काम करें ।सीएम ने प्रवासी कामगारों को कहा कि बिहार में बहुत काम है । यही रहिए और काम कीजिए। सभी को इस स्किल के अनुरूप काम मिलेगा। बिहार में कोई भूख से नहीं मरता सीएम ने रविवार को पुनः दोहराया कि क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर रह रहे प्रवासी कामगारों का पूर्ण सर्वे कराए।