बिहार के ब’दनाम चुहे की र’खवारी का जि’म्मा होम गा’र्ड के हिस्से आया है । बिहार में चुहों ने बड़े-बड़े का’रनामे किये हैं । कभी करोड़ों रूपये की शरा’ब पी गए तो कभी शिक्षकों की फाइल कु’तर गए । बाढ़ से लेकर सड़क के टू’टने को लेकर भी इन चुहों को जि’म्मेदार ठह’राया गया । लेकिन इस बार बिहार सरकार स’चेत हो गई है । तटबंधों को नुक\सान न पहुँचे इसके लिये सरकार ने इस बार होमगा’र्डों की नियुक्ती की है । होमगा’र्ड जवान रैट हो’ल देखे जाने पर तुरंत इसकी सूचना विभागीय अभियंता को देंगे ।
दरसल मानसून की जोरदा’र बारिश के बाद तटबंध किनारे चूहों की मां’द में पानी भरता है और तटबंध दर’कने लगते हैं. चूहों का प्रको’प आजमनगर और अमदाबाद में अधिक रहता है. बाढ़ नि’यंत्रण प्रमंडल के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि रैट हो’ल को चिह्नित कर मर’म्मत एवं झाड़ी ह’टाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है.
बता दें कि कोसी क्षेत्र में साल 2017 में आए बाढ़ का एक बहुत बड़ा कारण चूहा भी था. उस दौरान आजमनगर और कदवा प्रखंड में महानंदा की बाढ़ ने भयं’कर त’बाही मचाई थी. इस साल कोसी बेसिन अभी से लबालब है. तटबंध की म’रम्मत और कटा’व नि’रोधी कार्य में लॉकडाउन के बाद अब तेजी लाई गई है. लेकिन रैट हो’ल के कारण परेशा’नी हो रही है. तटबंध पर विस्था’पित परिवारों के ब\सेरे के साथ-साथ चूहे भी बिल बना लेते हैं. इसमें पानी भरने से मिट्टी द’रकने लगती है और तटबंध टू’टने का ख’तरा बढ़ जाता है. इसलिए ऐसे जगहों को चिन्हित कर मिट्टी भरी जा रही है. बाढ़ नियं’त्रण विभाग के कटिहार, सालमारी एवं का’ढ़ागोला प्रमंडल में तटबंध की निगरानी के लिए 276 हो’मगार्ड जवान तैनात किए जाएंगे. जो रैट हो’ल को चि’न्हित कर विभागीय अभियंताओं को इसकी सूचना देंगे.