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वन विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रतिबंधित हाथी दांत के साथ 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। पटना के बाईपास स्थित चिरायु हॉस्पिटल में छापेमारी कर पटना वन प्रमंडल की टीम ने 35 किलो हाथी दांत बरामद किया है। इस कार्रवाई में बीजेपी के एक कार्यकारी जिलाध्यक्ष को गिरफ्तार किया गया है। वैशाली जिला बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ ज्योति कुमार को गिरफ्तार किया गया है।
वन विभाग की इस कार्रवाई के बाद डॉ ज्योति कुमार ने कबूल किया है कि उन्होंने हाथी दांत रखा था लेकिन उनके पास इसका कोई लाइसेंस नहीं था। वैशाली जिला बीजेपी के अध्यक्ष रमेश कुशवाहा के निधन के बाद डॉ ज्योति कुमार को वैशाली जिला का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। कई बड़े बीजेपी नेताओं से इनके संपर्क रहे हैं और बीजेपी के महामंत्री के पद पर भी डॉ ज्योति कुमार रह चुके हैं। अब हाथी दांत बरामदगी मामले में इनकी गिरफ्तारी होने के बाद बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं।
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वन विभाग की टीम ने डॉ ज्योति कुमार के साथ-साथ उनके ड्राइवर और एक बिचौलिए को भी गिरफ्तार किया है। इन सभी से पटना के पाटलिपुत्र थाने में पूछताछ भी की गई है। वन प्रमंडल को यह ग्रुप से सूचना मिली थी कि बाईपास स्थित चिरायु हॉस्पिटल में हाथी के दांत की तस्करी हो रही है। इसी के बाद पटना डीएफओ रुचि सिंह के नेतृत्व में चिरायु हॉस्पिटल में छापेमारी की गई जहां से डॉ ज्योति कुमार समेत तीन लोग रंगे हाथ 35 किलो हाथी के दांत के साथ पकड़े गए। वन विभाग की टीम इस नतीजे पर पहुंची है कि इससे तस्करी का मास्टरमाइंड बीजेपी का कार्यकारी जिलाध्यक्ष डॉ ज्योति कुमार है। अपनी सफाई में डॉ ज्योति कुमार ने कहा है कि उनके पास दो पालतू हाथी थे जिनकी मौत 4 साल पहले हो गई, यह उसी के दांत हैं। इसके बाद वन विभाग की टीम ने हाथी रखने का लाइसेंस डॉ ज्योति कुमार से मांगा लेकिन वह उपलब्ध नहीं कराया गया। आपको बता दें कि डॉ ज्योति कुमार वैशाली के जंदाहा स्थित एक कोठी गांव के रहने वाले हैं।