भोजपुरी की बात करते है तो दिल गर्व से ऊंचा हो जाता है ,हमारा पहचान भोजपुरी है ,और आज कल भोजपुरी के साथ -साथ मगही, मैथली सब को पहचाने जाने लगा है ।लेकिन सवाल की वो भोजपुरी जिसे देश का पहला राष्ट्रपति मिला भोजपुरी बोलने वाला वो भिखारी ठाकुर जो भोजपुरी को बिहार का पहचान बनाया ,आज उसी भोजपुरी को कुछ अभिनेता आर्टिस्ट उसे धूमिल कर रहे है भोजपुरी फ़िल्म ,गाने को अश्लीलता में बदल कर ।
बात करते है है भोजपुरी में अश्लीलता कब से फैला ,इसका जिम्मेदार कौन है ,और कौन – कौन लोग इसे फैला रहे है ,और इनको किसका समर्थन मिल रहा है ।
तो सुनिये भोजपुरी पहले बात भोजपुरी के सुपरस्टार पवन सिंह के बारे में बात करेंगे और इनके गाने के नाम सुन लीजिए
“भतार को भी भूल जाओगी” “राते दिया बुता के पिया क्या क्या किया” “पलँगिया राते सुते ना दिया””भर जा ता ढोरी मोर पसीना से” “लहंगवा लस – लस करता” “ललैया चूसा ई राजा जी” और भी बहुत अश्लील गाने है और ख़ास बात यह है कि ये सभी गाने मिलियन में है।
अब दूसरे स्टार खेसारी लाल यादव के बारे में बात करते है ,ये अश्लीलता गाना गाने में इनसे भी आगे है ,इनके गाने के नाम सुनिये “भतार मज़ा बाहरी मरबे करि” “आवा क दी मुलायम वेसलीन से” “आर- पर न पार पर” “भतार न मिली त हम बानी” “जबले जागल बानी तबले लागल रही” “हाथे से हिलाई ए जलेबी बाई” और भी कई गाने है जो बेहद अश्लील है फिर भी मिलियन में गया है ।
अगला रितेश पांडेय इनके गाने सुनिये “पांडे जी का बेटा हूँ चुम्मा चिपक कर लेता हूं ” तोहार छोट हमार छि लिखने में भी शर्म आ रहा है “चोली खोलता वीडियो कॉल पे ” “पियवा से पहिले “और भी बहुत जो मिलियन में देखा सुना गया है।
अब आगे है प्रियंका सिंह अंतरा ये भोजपुरी की सबसे अश्लील महिला गायक है ,इनकी गाने इतनी गंदी और भद्दी होती है कि की पूछिये मत “खटिया बिछा के रात भर सतावेला” “डाल देब मुँह में ” “नीचे करे चटर – चटर ” भतार मेरा लहंगा में कैमरा लगा दिया है ” और भी बहुत गंदे गाने ,ये सब मिलियन में है ।
कल्लू ,अंकुश राजा ,नीलकमल,प्रमोद प्रेमी,शिल्पी राज और बहोत सारे छोटे बड़े गायक जो इन सुपरस्टार के राहों पड़ चल के कामयाबी छूना चाहते है और अश्लीलता को बढ़ावा दे रहे है ।
इन सब से निपट जाइये गा त भोजपुरी फ़िल्म इंडस्ट्री के हीरो पवन सिंह ,खेसारी निरहुआ,अक्षरा सिंह ,आम्रपाली दुबे , निशा दुबे, मोनालिसा, पाखी हेंगरे ,रवि किशन जैसे कलाकार मिलेंगे जो अपने कलाकारी के नाम पे अश्लीलता परोसते है कोई भी भोजपुरी फ़िल्म अपने माँ – बाप , भाई – बहन के साथ नही बैठ कर देख सकते, इसका जिम्मेदार हम खुद लोग है जो इन कलाकारों के गाना फ़िल्म को देखकर गाने को सुनकर उनको बढ़ावा देते है उनको और अश्लील गाने पे मजबूर करते है क्योंकि उनकी यही डिमांड है
इसमें सरकार का बहुत बड़ा रोल है कि गाने को मार्किट में उतरने देती है और उसपे करवाई नही करती है कोई बढ़िया सेंसर बोर्ड का नियम नही बनाई है, उतना ही दोषी आज का मीडिया है जो खबरे चलाता है आम्रपाली का हॉट सीन ,अक्षरा का रोमांस ये सब मीडिया का करामात है। बाकी अक्षरा सिंह के साथ जो नीलकमल ने जो अश्लील गाना गा के किया है वो पूरे नारी समाज के लिए अपमान है ,और इनपे कड़ी करवाई हो कि आगे से किसी की हिम्मत न हो किसी महिला के बाड़े में ऐसा गाना गाये और लिखे ।
बाकी अश्लीलता जड़ हम लोग खुद है हमारे समाज मे बदलाव की लोग चाहते है जिनमे कई कलाकार है जिनमे, Alok Pandey ,Bibhu Nandan Singh Yugal Kishore Bharti विश्वा Rapper Mahi Akshara singh भी कई लोग है जो अश्लीलता मिटाने के मकसद से आये है
देखिये बिहार में क्या बदलाव होता है ?????
Ali Azgar Zurrat की कलम से
यह आलेख उनके फेसबुक से लिया गया है। जिसे बिना किसी कांट-छांट कर यहाँ चस्पा किया जा रहा है ।