बिहार ट्रक ओनर एसोसिएशन के एलान पर मंगलवार की आधी रात से ट्रकों की हड़ताल शुरू हो गयी। संघ ने दावा किया है कि चक्का जाम का व्यापक असर है। राज्य के 10 जिलों में देर शाम तक ट्रक खड़े कर दिये गए। बाकी जिलों में भी चक्का जाम सफल है। इस बीच कुछ संघों ने चक्का जाम का विरोध करते हुए इसे समर्थन नहीं दिया है।
ट्रकों के चक्का जाम के एलान के बाद मंगलवार को संघ से अलग गुट बनाने वाले बिहार राज्य ट्रक ओनर एसोसिएशन के अध्यक्ष अक्षय कुमार शर्मा ने कहा कि उनका संघ चक्का जाम में शामिल नहीं है। दावा किया कि उन्हें प्रदेश के सभी जिलों के ट्रक मालिकों का समर्थन प्राप्त है। पटना जिला ट्रक मालिक एंड चालक संघ ने भी हड़ताल का समर्थन नहीं किया है। संघ के उपाध्यक्ष श्यामनंदन यादव ने कहा कि हड़ताल से उनके संघ का कोई लेना-देना नहीं है। परिवहन आयुक्त से बात हुई है।
बिहार ट्रक ओनर एसोसिएशन ने सोमवार को विकास आयुक्त के साथ वार्ता के असफल रहने के बाद चक्का जाम का एलान किया था। कुछ संघों द्वारा चक्का जाम के विरोध पर बिहार ट्रक ओनर एसोसिएशन के अध्यक्ष भानु शेखर सिंह ने कहा कि यह सरकार के इशारे पर हो रहा है। दावा किया कि संघ एकजुट है। कुछ लोग ट्रक मालिकों को भरमाने की कोशिश कर रहे हैं। मंगलवार की रात से चक्का जाम शुरू हो गया। अधिकतर ट्रक मालिक हमारे संघ के साथ हैं। यातायात नियमों को लेकर नए कानून को हटाने समेत 14 सूत्री मांग को लेकर चक्का जाम किया गया है।
परिवहन विभाग ने डीएम-एसपी को किया सचेत पटना। चक्का जाम को देखते हुए परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने सभी जिलों के डीएम-एसपी को पत्र लिखा है। विभाग ने आशंका जताई है कि ट्रकों को जहां-तहां लगाकर यातायात बाधित किया जा सकता है। खासकर सीमावर्ती इलाकों में जहां दूसरे राज्यों से ट्रक बिहार में प्रवेश करते हैं। ऐसे में चक्का जाम से निपटने को दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की जाए और क्रेन आदि का इंतजाम रहे। यदि चक्का जाम के चलते कानून-व्यवस्था प्रभावित होती है तो कार्रवाई की जाए। वहीं कानून-व्यवस्था भंग करने वाले ट्रक मालिकों और चालकों की पहचान कर कार्रवाई करें। उन्होंने हड़ताल में शामिल नहीं होने वाले संघों को काम के लिए सुरक्षा मुहैया कराने को कहा है।