शिवहर के मुखिया प्रत्याशी को मछली भात का भोज करना पड़ गया भारी । मछली खाने से 150 लोग हुए बीमार । अस्पताल में बेड नहीं मिलने से अफरातफरी । जमीन पर लिटाकर हो रहा ईलाज ।
![Machhli Bhat ka Bhoj khakar 150 log bimar, Bihar me Bahar hai, MUkhiya pratyashi ne kiya machhli bhat ka bhoj, Bihar hindi news, Shivhar news, Bihar update, Bihar khabar, Bihar hindi news, Bihar lettest news, Bihar hindi news, Bihar khabar, Bihar](https://www.thehawabaaz.com/wp-content/uploads/2021/10/Machhli-Bhat-khane-se-150-log-bimar.jpg)
दरअलस, पूर्व मुखिया अजय कुमार सिंह ने नामांकन के बाद भोज कराने के लिए एक दिन पहले मंगलवार को 8 क्विंटल मछली बनवा ली थी। करीब 24 घंटे के बाद उसी बनी मछली को लोगों को परोसा गया था। लोगों की मानें तो मछली खराब हो गई थी।
ग्रामीणों ने बताया- “मछली में कुछ-कुछ खट्टापन आ गया था। इसके बावजूद उसे परोस दिया गया। इससे 150 लोग बीमार हो गए।’ राम सज्जन मांझी ने बताया- “शाम करीब 6 बजे गांव के ही चौक स्थित दवा दुकान पर गया। वहां कई लोग इस समस्या के शिकार मिल गए। सभी को पेट दर्द, सिर दर्द और उल्टी की शिकायत थी।’ वहीं, इसी बारे में पूछे जाने पर पूर्व मुखिया सह प्रत्याशी अजय कुमार सिंह ने कहा- “विरोधियों ने साजिश के तहत फंसाया है।’
![Bihar Pnachayat Chunav, Bihar chunav, Bihar election, Mukhiya Ji news, Mukhiya ji ki chori pakdi gayi, Bihar hindi news, Bihar update, Bihar lettest news, Bihar khabar,](https://www.thehawabaaz.com/wp-content/uploads/2021/10/Machhli-chawal-khilane-ja-rahe-the-mukhiya-ji-police-ne-dhar-liya.jpg)
सदर अस्पताल में इलाज करवा रहे ताजपुर निवासी राम सज्जन मांझी, महेश राम, भरदुल राम, छोटू कुमार, अनिता कुमारी आदि ने बताया- “गांव के लोगों को भोज के लिए बुलाया गया था। हम लोग दोपहर में भोज खाने के लिए गए थे। करीब चार बजे भोज खाया। उसके बाद घर आ गए। कुछ देर बाद पेट में मरोड़ होने लगी। हमने सोचा थोड़ी देर में ठीक हो जाएगी। लेकिन, धीरे-धीरे समस्या बढ़ती चली गई। दवा ली, पर ठीक नहीं हुई। इसके बाद तो गांव में अफरातफरी मच गई। हम सभी को गाड़ी से अस्पताल लाया गया।’ शिवहर में 15 नवंबर को पंचायत चुनाव है। इसके लिए नामांकन प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई है।
अस्पताल में नहीं है बेड, जमीन पर लिटाकर किया गया इलाज
बीमार लोगों को आनन-फानन में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। मरीजों की संख्या इतनी ज्यादा थी कि अस्पताल के सारे बेड फुल हो गए थे। इससे मरीजों को जमीन पर ही लिटाकर इलाज किया गया। इतना ही नहीं हालात यह थी कि एक बेड पर 3 से 4 मरीजों को देखना पड़ा। इसकी सूचना पर कई वरीय अधिकारी अस्पताल पहुंचे। बीमार लोगों के इलाज के लिए कई मेडिकल टीमें लगाई गई हैं।