
अभी अभी एक बड़ी खबर सामने आ रही है, बताया जा रहा है कि निर्वाचान आयोग ने पुष्पम प्रिया चौधरी की पार्टी के आधे से अधिक उम्मीदवारों का नामांकन रद्द कर दिया है । पुष्पम प्रिया ने खुद यह जानकारी अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिये दी है । पुष्पम प्रिया ने लिखा है – ‘प्लुरल्स उम्मीदवारों के 33 नामांकण स्वीकृत, 28 खारिज । लोकतंत्र अमर रहे।’’
बिहार की राजनीति में अखबार के विज्ञापन के जरिये एंट्री करने वाली पुष्पम प्रिया का ताल्लुकात एक राजनितिक परिवार से है. वे जदयू एमएलसी विनोद चौधरी की बेटी हैं. पुष्पम की 12 वीं तक की पढ़ाई दरभंगा में हुई जिसके बाद वे विदेश पढ़ने चली गईं. विदेश से लौटीं तो राजनीति में एक धमाकेदार एंट्री के साथ अखबार के फ्रंट पेज पर दिखाई दीं. जातीय मुद्दे पर वोटिंग करने वाले बिहार में जाति विहीन वोटिंग की राजनीति का सपना देखने वाली पुष्पम की पार्टी ने बिहार के सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है.
खुद पुष्पम अपनी पार्टी की सीएम कैंडिडेट हैं और उन्होंने इस बार मधुबनी जिला के बिस्फी से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. बिस्फी विधानसभा में 303581 मतदाता है, जिसमे 51.9% पुरुष मतदाता हैं जबकि 48.09 प्रतिशत महिला मतदाता. पिछली बार तकरीबन 52% मतदाताओं ने अपने वोट का इस्तेमाल किया था. बिस्फी विद्यापति का जन्मस्थली के रूप में जाना जाता है जिनका नाम लिए बगैर मिथिला का हर त्योहार हर राजनितिक मंच हर शादी विवाह अधूरा सा प्रतीत होता है. कहा जा रहा है कि पुष्पम प्रिया दो सीटों से चुनाव लड़ सकती है. बिस्फी के अलावा वो पटना की बांकीपुर विधानसभा सीट से भी चुनाव लड़ेंगी.