लॉकडाउन के 37 वें दिन केन्द्र सरकार जागी और आदेश सुनाया कि लॉकडाउन में फंसे छात्रों और आम लोगों को घर वापस लाया जा सकता है । सरकार का ये कदम जहाँ आशापूर्ण है वहीं बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने यह कहकर छात्रों और मजदूरों को निराश कर दिया है कि उनके पास उन्हे लाने के संसाधन नही है ।
सुशील मोदी के इस बयान को जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव ने आड़े हाथों लिया है । उन्होने कहा है कि बेशर्म सरकार को अपने भाइयों को लाने में शर्म आ रही है । उनके पास हमारे भाइयों को लाने के लिये पैसे नहीं है ।
बेईमानों का खेल समझिए!
56इंची सरकार के गृह मंत्रालय को छात्र-मज़दूर,लॉकडाउन में फंसे आम लोगों की घर वापसी पर फैसला लेने में 37दिन लग गए।
उसी BJP का बिहार के डिप्टी सीएम कहते हैं उनके पास उन सबको लाने का संसाधन नहीं है।
अरे बेशर्म बिहारियों के लिए धन की कमी नहीं है,बस मन चाहिए!
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) April 29, 2020
इधर पप्पू यादव ने ट्वीटर पर एक फोटो पोस्ट करते हुए लिखा है कि, हमने कोटा में 30 बसें लगवा दी है । राजस्थान सरकार से अनुरोध है कि बसों को सेनेटाइज करके छात्रों को सुरक्षित तरीके से घर आने का इंतजाम सुनिश्चित करें ।
बिहार सरकार के पास धन नहीं है, पर मैं तन-मन-धन सबसे समर्पित हूं! बिहार के छात्रों को लाने हेतु प्रतिबद्ध हूं। मैंने कोटा में तीस बस लगवा दिया है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री @ashokgehlot51 जी आग्रह है कि बस सेनेटाइज करवा,छात्रों के सुरक्षित तरीके-से आने का इंतजाम सुनिश्चित कराएं। pic.twitter.com/PG8QXSbiPG
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) April 30, 2020
पप्पू यादव के इस कदम की सोशल मीडिया में बहुत तारीफ हो रही है । हजारों की संख्या में लोग उनके पोस्ट को ट्वीट और शेयर कर रहे हैं ।