राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में नामांकन की प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। इसके साथ ही निबंधन कार्य भी समय पर पूरे किये जाएंगे। ऑनलाइन डिग्री-वितरण एवं नेशनल एकेडमिक डिपोजिटरी की प्रभावी व्यवस्था भी विश्वविद्यालयों को करनी होगी। सभी विवि में वीडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष तैयार होंगे और उन्हें अपने शिक्षण सामग्री को ऑनलाइन वेबसाइट पर अपलोड करने होंगे। राज्यपाल सह कुलाधिपति फागू चौहान ने ये आदेश दिए।
उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये गुरुवार को संबंधित कुलपतियों की मौजूदगी में बीआरए बिहार विवि मुजफ्फरपुर, जेपी विवि छपरा, मगध विवि बोधगया और पाटलिपुत्र विवि पटना की शैक्षणिक गतिविधियों की समीक्षा की। राज्यपाल ने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय में स्नातक प्रथम वर्ष में निर्धारित सीटों से अधिक नामांकन नहीं हो। ज्यादा नामांकन होने पर संबंधित प्राचार्यों पर कार्रवाई करें। कहा कि ऑनलाइन कक्षाएं लेकर कोर्स पूरा कीजिए।
रिक्त पद भेजने का निर्देश
समीक्षा के दौरान सामने आया कि सहायक प्राध्यापकों की रिक्तियों की सूची आयुक्त कार्यालय से ‘रोस्टर क्लीयरेंस’ कराते हुए शिक्षा विभाग को भेजने में मगध विवि ने तत्परता बरती है। लेकिन बीआरए बिहार विवि, जेपी विवि, छपरा एवं पाटलिपुत्र विवि ने ऐसा नहीं किया। राज्यपाल ने रिक्ति-सूची भेजने को कहा।