
बिहार के सांस्कृतिक राजधानी कहे जाने वाले दरभंगा शहर के लिये आज का दिन खास है । बिहार में भले ही सरकार दस को बनेगी और राजनैतिक पार्टियां उस दिन उत्सव मनाएंगी लेकिन मिथिला ने आज ही उत्सव मना लिया । असल में वर्षो पुरानी उनकी आस जो दबी हुई थी जो सपना इतने वर्षो से राजनैतिक अराजकता का शिकार हो गया था आज पुरा होने वाला है । दरअसल दरभंगा आज उड़ान भरने जा रहा है । 57 वर्ष बाद दरभंगा के लोग दुबारा से हवाई सेवा का आनंद लेंगे ।
आज से दरभंगा में बने नये एयरपोर्ट से कॉमर्शियल फ्लाइट्स के आने-जाने का सिलसिला शुरू हो जाएगा. इससे मिथिलांचल से देश भर की कनेक्टिविटी बढ़ेगी और लोगों को हवाई यात्रा में आसानी होगी. दरभंगा एयरपोर्ट पर सभी जरूरी प्रक्रियाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इसे लेकर नागरिक उड्डयन विभाग व एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों के बीच लगातार बैठकें की जा रही हैं. बिहार में पहले से कार्यरत पटना और गया एयरपोर्ट के बाद अब मिथिलांचल क्षेत्र के दरभंगा में ये तीसरा एयरपोर्ट ऑपरेशनल होने वाला है.

प्राइवेट एयरलाइंस स्पाइस जेट को यहां से रोजाना उड़ान शुरू करने को लेकर लाइसेंस जारी कर दिया गया है. पहले चरण में स्पाइस जेट को दिल्ली, मुंबई व बेंगलुरु की उड़ानों को लेकर इजाजत दी गयी है. एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार दो दिन पहले सहरसा में चुनाव प्रचार से लौटने के दौरान यहां पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसद गोपालजी ठाकुर और एयरपोर्ट के अधिकारियों से उड़ान सेवा शुरू किये जाने की जानकारी ली थी.एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के प्रोजेक्ट इंचार्ज जीके चंदना के अनुसार रन-वे उड़ान को लेकर पूरी तरह तैयार है. दरभंगा एयरपोर्ट आठ नवंबर से काम शुरु कर देगा. दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई के लिए विमान सेवा की सभी तैयारी लगभग पूरी हो गयी है. गुरुवार को एयरपोर्ट अथॉरिटी के साथ वायु सेना और जिला प्रशासन के अधिकारियों की समीक्षा बैठक थी. इसमें तैयारी की स्थिति पर संतोष जताया गया. एयरपोर्ट परिसर में पार्किंग का कुछ काम बचा है. इसे भी एक-दो दिनों में पूरा कर लिये जाने की संभावना है. काम पूरा नहीं हो सका तो शुरुआती दिनों में बगल में स्थित बस अड्डे की पार्किंग से काम चलाया जायेगा.

चेक- इन से लेकर सिक्योरिटी गेट तक के सभी डिजिटल काम भी पूरे हो चुके हैं. स्पाइस जेट की ओर से दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्रियों के सामानों को हवाई जहाज में चढ़ाने के लिए प्रयुक्त होने वाले उपकरण पहुंच चुके हैं. ट्रॉली, बेगैज ट्रॉली व्हीकल, विमान को जोड़ने में प्रयुक्त सीढ़ी, ग्राउंड सपोर्ट व्हीकल आदि सेट किया जा रहा है. स्पाइस जेट के कर्मचारी भी दरभंगा पहुंच चुके हैं. टर्मिनल से विमान तक यात्रियों को पहुंचाने के लिए चार लोफ्लोर बसें भी पहुंच चुकी हैं. टर्मिनल भवन में यात्रियों के बोर्डिंग के लिए काउंटर आदि की व्यवस्था हो चुकी है. सुरक्षा की जिम्मेदारी फिलहाल बिहार पुलिस के पास ही रहेगी. विमान को दिशा दिखाने वाले ‘डीवीओआर’ सिस्टम तत्काल नहीं लग पाया है. वैसे इसका हल निकाल लिया गया है. भारतीय वायु सेना तत्काल इसे लेकर अपना रडार इस्तेमाल करने देगी. नीलगाय की समस्या का तात्कालिक हल निकाल लिया गया है. वन विभाग ने 11 किलोमीटर क्षेत्र में फैले एयरपोर्ट में बसेरा बना चुकी 100 से अधिक नीलगायों को वहां से निकाल दिया है. नीलगायों के पुन: प्रवेश को रोकने के लिए चारों तरफ दीवाल बनाने का काम चल रहा है. दीवार का काम गुरुवार तक पूरा नहीं हुआ है. ऐसे में फिर से नीलगायों के आने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.