लॉकडाउन के दौरान गरीबों के मसीहा बने सोनू सूद के घर पर 15 सितंबर को आयकर विभाग ने सर्वे किया था। मुंबई में सोनू सूद से जुड़े 6 जगहों पर इनकम टैक्स ने सर्वे किया था। आपको बता दें कि यह सर्वे दिल्ली सरकार द्वारा सोनू सूद को मेंटरशिप प्रोग्राम का ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने के बाद शुरू हुआ था। गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान सोनू सूद ने लाखों लोगों को उनके घर तक पहुंचाने में मदद कर चुके हैं। जिसके कारण उन्हें लाखों लोगों द्वारा लोगों का मसीहा कहा जाने लगा है।

5 दिन बाद तोड़ी सोनू ने तोड़ी चुप्पी 5
दिनों से इनकम टैक्स के द्वारा लगाए गए सभी आरोपों के बाद आखिरकार सोनू सूद ने चुप्पी तोड़ ट्विटर के ज़रिए अपने भावनाओं को स्पष्ट किया है। उनेहोंने अपने ट्वीट में लिखा है कि ‘उनके फांउडेशन में जमा हर एक रूपया जरुरतमंद लोगों के लिए है’। उन्होंने आगे लिखते हुए कहा है कि ‘बीते 4 दिनों से वह कुछ गेस्ट को अटेंड करने में व्यस्त थे और इसी वजह से वह लोगों की मदद के लिए नहीं आ पाए। मगर अब वह वापस से जनता की सेवा में हाज़िर हैं’। उन्होंने अपने ट्वीट के शुरूआत में लिखा है कि ‘आपको हमेशा अपने साइड की स्टोरी सुनाने की जरूरत नहीं, समय बताएगा’। और अंतिम में उन्होंने लिखा है कि ‘कर भला, हो भला… अंत भले का भला। जय हिंद’। इस पोस्ट के बाद सोनू सूद के फैंस के दिल में उम्मीद की एक और लौ जली है।
