पेंग्विन दुनिया के कुछ सबसे विचित्र जीवों में से एक है। यह एक ऐसा पक्षी है जो लंबी उड़ान नहीं भर सकता। एक स्थान से दूसरी जगह जाने के लिए यह पैदल चलना ज्यादा पसंद करता है। ये जीव इतने प्यारे होते हैं कि आप घंटों इन्हें देख सकते हैं। लेकिन इन पक्षियों को लेकर अब एक अजीबोगरीब दावा किया जा रहा है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि धरती के बर्फीले इलाकों में पाए जाने वाले काले सफेद पक्षी पेंग्विन एलियंस हो सकते हैं।
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मल में मिला खास केमिकल
वैज्ञानिकों को पेंग्विन्स के मल में एक खास तरह का रसायन मिला है जो शुक्र ग्रह पर भी पाया जाता है। ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने पक्षी के मल में phosphine नाम के रसायन की खोज की है। इस खोज ने पेंग्विन की उत्पत्ति के बारे बड़े पैमाने पर अटकलों और सवालों को जन्म दिया है। वैज्ञानिक अब इस सवाल के जवाब की खोज कर रहे हैं कि शुक्र से 38 मिलियन मील दूर पृथ्वी पर फॉस्फीन कैसे मौजूद हो सकता है।
एलियंस की खोज में मिलेगी मदद
अध्ययन के बाद अब वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि पेंग्विन दूसरी दुनिया में मौजूद अलग-अलग तरह के जीवों यानी एलियंस की पहचान करने में उनकी मदद कर सकते हैं। रसायन के बारे में ज्यादा जानने के लिए वैज्ञानिक अब Gentoo Penguins की जीवनशैली का अध्ययन करने की योजना बना रहे हैं, जो फ़ॉकलैंड द्वीप समूह में आम हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप के लॉन्च से पहले पेंगुइन और फॉस्फीन पर शोध किया जा रहा है
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शुक्र ग्रह पर पाया गया था केमिकल
डेलीस्टार से बात करते हुए लंदन के Imperial College के Dr Dave Clements ने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि फॉस्फीन की खोज वास्तविक है। लेकिन हम नहीं जानते कि यह कैसे बन रहा है। Anaerobic Bacteria फॉस्फीन बनाते हैं। यह तालाब के कीचड़ और पेंग्विन के मल में पाए जाते हैं। 2020 में, शुक्र के आसपास गैस की परतों में इस रसायन के निशान पाए गए, जिसका वातावरण पृथ्वी के समान है।