मामला फारबिसगंज का भरगामा प्रखंड का है । यहाँ के बीरनगर पश्चिमी पंचायत के प्राथमिक विद्यालय मजरही चकला में प्रवासी श्रामिकों के लिये बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में पिछले 10 दिनों से आए हुए प्रवासी मजदूरों के लिये चिकित्सा व्यवस्था तो दूर की बात भोजन भी उपलब्ध नही है । आलम ये है कि प्रवासी मजदूर खाना खाने के लिये घर जाते हैं ।
क्वारंटाइन सेंटर के मजदूर की ये चहलकदमी वहाँ के लोगों को भयभीत कर रही है । वहॉं के लोग इसे साफ-साफ मौत का सेंटर बता रहे हैं । प्रवासी मजदूरों ने बताया कि यहाँ नाश्ता और खाना ठीक से मिलता ही नहीं है इसी कारण से घर पर खाना खाने के लिये जाना पड़ता है । शिकायत की बात पर उनलोगों को कहना है कि निरिक्षण के लिये अधिकारी भी कभी-कभार आते हैं । वो भी सुनते नहीं है । न ठीक से खाना मिलता है न सोना । रात भर हमलोग मच्छर कटवाते रहते हैं ।
इस बाबात बात उस सेंटर के प्रभारी राकेश कुमार रंजन ने बताया कि सेंटर पर अभी खाने की सुविधा उपलब्ध नहीं हुइ है । वहीं अंचलाधिकारी का कहना है कि जॉंच के बाद ही सच और झूठ का पता लगेगा तथा संबंधित आधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी ।