माँ के पुण्य से गर्भ में ही मरकर पुन: जीवित गए थे पुत्र : इसलिये माँ करती है जितिआ व्रत
महाभारत के युद्ध के बाद अश्वत्थामा अपने पिता द्रोणाचार्य की मृत्यु से क्रोध में था। वह पांडवों से बदला लेना ...
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