देश में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध जैसे- छेड़खानी, यौन उत्पीड़न और रेप की घटनाओं को रोकने के लिए वाराणसी के एक स्टूडेंट ने ‘लेडीज स्पेशल गन’ तैयार की है। यह गन अपराधियों से महिलाओं की रक्षा करेगी। इस गन को ‘एंटी रेप पर्स गन’ नाम दिया गया है। इसे लेडीज पर्स के रूप में तैयार किया गया है। इसकी मारक क्षमता तकरीबन 50 मीटर है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि मुसीबत में फंसी महिला द्वारा फायरिंग करते ही आसपास के लोगों का ध्यान भी खींचती है, क्योंकि इस गन की फायरिंग की आवाज 9 एमएम पिस्टल से चार गुना तेज है। इसके साथ ही यह मुसीबत में फंसी महिला की आवाज पुलिस के हेल्पलाइन नंबर 112 को फौरन 10 सेकेंड के अंदर भेज देती है, जिससे समय रहते पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर दरिंदों से महिला को बचा सके।
देश के कई हिस्सों में बच्चियों, युवतियों और महिलाओं की आबरू के साथ हो रहे खिलवाड़ से इनकी सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। देश के महानगरों में आए दिन महिलाओं से छेड़छाड़ की घटनाएं सामने आती रहती हैं। पिछले कुछ वर्षों में छेड़छाड़ और उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं से महिलाएं महानगरों में असुरक्षित महसूस करने लगी हैं। जिसको देखते हुए वाराणसी के श्याम चौरसिया ने ‘एंटी रेप पर्स गन’ तैयार की है।
इस गन की खासियत यह है कि अगर कोई महिला मुसीबत में होती है, तो पर्स पर लगे बटन को दबाते ही एक जोरदार फायर होगा। फायर की आवाज 9 एमएम की पिस्टल से चार गुना तेज है। इसके साथ ही यह गन ब्लूटूथ से कनेक्ट है और फायर होते ही स्वतः कॉल पुलिस के हेल्पलाइन नंबर 112 को चली जाएगी, जिससे समय रहते पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर महिला को अपराधियों के चंगुल से बचा सकती है। पर्स के रूप में यह गन महिलाओं को सुरक्षित करने में कारगर साबित होगी।
इस गन का निर्माण करने वाले श्याम चौरसिया कहते हैं कि देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों को देखते हुए उन्हें इसे बनाने का आइडिया आया था। काफी मेहनत के बाद इसे तैयार किया गया है। दरअसल अब तक चूड़ियां और पर्स लड़कियों और महिलाओं के लिए श्रृंगार का साधन थे, मगर अब वाराणसी के श्याम चौरसिया ने श्रृंगार के इस साधन को बेटियों के लिए सुरक्षा कवच बना दिया है।