ये तो हम जानते ही हैं कि प्लास्टिक हमारे वातावरण के लिए कितना नुकसानदायक है। हमारे द्वारा रोजाना इस्तेमाल किया जाने वाला प्लास्टिक अथवा आस-पास उपस्थित प्लास्टिक की चीज़ें, इन सभी से पर्यावरण को अत्यधिक ख़तरा है। प्लास्टिक से हमारा पर्यावरण प्रदूषित तो हो ही रहा है, साथ ही इसे निगल जाने की वज़ह से कई निरीह जीव-जंतुओं की मृत्यु भी हो जाती है, इसलिए अब प्लास्टिक के कचरे को रिसाइकल करने के लिए भरपूर प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे इसका फिर से उपयोग किया जा सके।
![Plastick ki iit, Plastic Bricks, New Innovation, Kenya ki mahila ne banaya plastic ka iit, it, Lettest news, Hindi news, Hindi news update,](https://www.thehawabaaz.com/wp-content/uploads/2021/09/Plastic-se-bani-iit-siment-ke-iit-se-bhi-hai-mazboot.jpg)
प्लास्टिक रिसाइकिल करने के सम्बंध में केन्या की एक महिला का जवाब नहीं, जिसने प्लास्टिक को रिसाइकल करके उसकी ईंट बना डाली और दावा किया कि प्लास्टिक से बनाई गई ये ईंटे सीमेंट की ईंटों से बहुत अधिक मज़बूत हैं। सूत्रों के अनुसार, केन्या में रहने वाली इन महिला का नाम Nzambi Matee है।
Nzambi Matee ने कहा कि ये ईंटें सीमेंट से 4 से 5 गुना ज़्यादा मज़बूत तो हैं ही, साथ ही काफ़ी सस्ती भी हैं। प्लास्टिक से बनी इन ईंटों से सड़के तथा मकानों के निर्माण भी किया जा सकता है। आपको बता दें कि Nzambi Matee ने जो प्लास्टिक की ईंटे बनाई हैं, वह लोगों को बहुत पसंद आ रही है।
यह पहली बार नहीं है जब प्लास्टिक को रिसाइकल करके किसी व्यक्ति ने अच्छी और काम की चीज बनाई है, इससे पहले भी बहुत से लोग प्लास्टिक को रिसाइकल करके नई-नई चीजें बना चुके हैं। पहले हमारे देश में ही राजगोपालन वासुदेवन (Professor Rajagopalan Vasudevan) नामक एक प्रोफेसर प्लास्टिक के द्वारा रोड बनाने की टेक्निक खोजी थी, जो बहुत लाभकारी रही।
![Plastick ki iit, Plastic Bricks, New Innovation, Kenya ki mahila ne banaya plastic ka iit, it, Lettest news, Hindi news, Hindi news update,](https://www.thehawabaaz.com/wp-content/uploads/2021/09/Plastic-se-bani-iit-siment-ke-iit-se-bhi-hai-mazboot.jpg)
प्रोफेसर राजगोपालन त्यागराजन यूनिवर्सिटी में DN के पद पर कार्य किया करते हैं, उन्होंने अपनी प्रयोगशाला में सड़क बनाने हेतु उपयोग में लाए जाने वाले पदार्थ बिटुमेन व प्लास्टिक के मिश्रण पर प्रयोग करके किया था। इस प्रयोग के परिणामस्वरूप उन्होंने जाना कि बिटुमेन तथा प्लास्टिक के मिश्रण से एक काफ़ी मज़बूत सड़क बन सकती है।
प्रोफेसर राजगोपालन के इस शोध से न केवल पृथ्वी से प्लास्टिक का अस्तित्व पूर्णतः ख़त्म करने में सहायता मिलेगी भी मिलेगी और मज़बूत रोड बनाने की परेशानी भी सुलझेगी।