गाज़ियाबाद के चीफ़ मेडिकल ऑफिसर ने पुलिस को शिकायती चिट्ठी लिखी है। शिकायत है अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती छह मरीज़ों के बारे में। ये मरीज़ निजामुद्दीन में पिछले महीने हुई मरकज़ से सम्बंधित हैं। गाज़ियाबाद के CMO ने पुलिस को चिट्ठी लिखकर कहा है कि इन मरीज़ों के असामान्य व्यवहार की वजह से इनके इलाज में दिक्कत आ रही है। ये मरीज़ वॉर्ड में नंगे घूमते हैं और महिला स्टाफ़ को अश्लील इशारे करते हैं।
इन मरीज़ों पर आरोप है कि ये दी गई दवाएं भी नहीं खा रहे हैं। इस संबंध में पहले ज़िला अस्पताल के स्टाफ़ ने CMO को चिट्ठी लिखी थी। इस चिट्ठी में कहा गया था कि समझाने के बाद भी ये मरीज़ दूरी बनाए रखने की जगह ग्रुप में बैठते हैं। चिकित्सा अधिकारी की इस शिकायत पर ज़िला प्रशासन ने जांच शुरू की है।
क्या है CMO की चिट्ठी में?
जो चिट्ठी मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने गाजियाबाद की घंटाघर कोतवाली पुलिस को लिखी है, उसमें कहा है-
उपरोक्त विषयक आपसे अनुरोध करना है कि इस चिकित्सालय में तैनात स्टाफ़ नर्सों द्वारा अपने पत्र दिनांक 01/04/2020 में लिखित रूप से अवगत कराया गया है। इस चिकित्सालय में आइसोलेशन वॉर्ड में कोरोना वायरस से संभावित जमाती मरीज़ वॉर्ड में बिना पैंट के नंगे घूम रहे हैं। वॉर्ड में गंदे व अश्लील गाने सुन रहे हैं तथा स्टाफ़ नर्सों और कर्मचारियों से बीड़ी सिगरेट की मांग कर रहे हैं। महिला कर्मियों से अश्लील इशारे कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में चिकित्सालय से उनका इलाज करना संभव नहीं हो पा रहा है। अतः आपसे अनुरोध है कि कृपया ऐसी गंभीर स्थिति को देखते हुए इस संबंध में अपने स्तर से प्रभावी कार्यवाही करने/ कराने का कष्ट करें, ताकि उन्हें संयमित रखकर उनका उपचार किया जा सके।
प्रशासन का क्या कहना है?
गाज़ियाबाद के ज़िलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने मीडिया से कहा, ‘हमें चिकित्सा अधिकारियों की तरफ़ से चिट्ठी मिली है। इस चिट्ठी में कुछ मरीज़ों के व्यवहार और असहयोग की बात कही गई है। हमने जांच शुरू कर दी है। 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट आ जाएगी।’