कोरोना वायरस की वजह से देश लॉकडाउन है। ऐसे वक्त में पारले बिस्किट बनाने वाली कंपनी ने एक फैसला लिया है। 25 मार्च को कंपनी ने कहा कि वो तीन करोड़ पारले-जी बिस्किट के पैकेट दान करेगी। अगले तीन हफ्तों में। किसे डोनेट करेगी? सरकारी एजेंसियों को, ताकि जरूरतमंद लोगों को लॉकडाउन में खाने की कमी न हो।
वर्कफोर्स में कमी की है
PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने कहा कि उनकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट 50 फीसदी वर्कफोर्स के साथ काम कर रही है। सरकार की सारी एडवाइजरी को ध्यान में रखते हुए वर्कफोर्स कम कर दी गई है, लेकिन कोशिश कर रहे हैं कि मार्केट में जरूरी मात्रा में प्रोडक्ट मौजूद रहें।
पारले प्रॉडक्ट के सीनियर कैटेगरी हेड हैं मयंक शाह। उन्होंने कहा,
‘हमने सरकार के साथ काम करने का फैसला किया है। हम सरकारी एजेंसियों के जरिए बिस्किट के तीन करोड़ पैकेट डोनेट करेंगे। अगले 21 दिनों तक हर हफ्ते एक-एक करोड़ पैकेट दिए जाएंगे। खासतौर पर जरूरतमंद लोगों के लिए। बहुत से लोग ऐसे हैं, जिनकी जिंदगी लॉकडाउन की वजह से काफी दिक्कतों वाली हो गई है। उनके लिए हम सरकार के साथ काम करेंगे।’
आगे ये भी कहा कि लोग घबराहट में खाने का ढेर सारा सामान खरीद रहे हैं, खासतौर पर बिस्किट। इसलिए उनकी कंपनी ये कोशिश कर रही है कि मार्केट में इसकी कमी न हो। मयंक शाह ने ये भी बताया कि सरकार ने लॉकडाउन के नियमों से बिस्किट मैन्युफैक्चरर्स को छूट दी है, लेकिन उन्हें कच्चा माल लाने और बिस्किट के एक्सपोर्ट में दिक्कत हो रही है। लोकल अथॉरिटीज़ परमिशन नहीं दे रहीं। हालांकि वो इस दिक्कत को कम करने की तरफ काम कर रहे हैं।