बात 2012 की है। ब्राजीलियन फुटबॉलर रोनाल्डो तब कोका-कोला के ब्रांड एंबेसडर थे। एक कार्यक्रम के दौरान जब उन्हें प्यास लगी तो मेज पर रखी पेप्सी पी। इसके बाद कोका-कोला ने उनसे अपना करार खत्म कर लिया जिससे उन्हें करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ। अमेरिकन पॉप स्टार ब्रिटनी स्पीयर्स के साथ भी कुछ ऐसा ही वाकया हुआ था 2001 में। पेप्सी के एंडोर्समेंट के लिए उनका मल्टी मिलियन डॉलर में करार होता है, लेकिन जब उनकी तस्वीर कोका-कोला के साथ आती है तो कंपनी ने अगले साल उनसे करार खत्म कर लिया और फिर बियॉन्से नॉलेस को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया।
पुर्तगाल और जुवेंट्स के स्टार फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने जब से टेबल से कोका-कोला की बॉटल हटाई है, तब से हम लहालोट हुए जा रहे हैं, सेंटी हुए जा रहे हैं, जबकि रोनाल्डो पेप्सी और कोका-कोला के विज्ञापनों से करोड़ों रुपए पीट चुके हैं। कोका-कोला यूरो 2020 का बेवरेज पार्टनर है, रोनाल्डो का नहीं। रोनाल्डो बस यही बताना चाह रहे थे। अगर आपने वह वीडियो ध्यान से देखा होगा कि उनके हाथ में पानी की जो बॉटल थी, उस पर किसी ब्रांड का नाम नहीं था, नाम होता तो निश्चित ही रोनाल्डो उसे नहीं दिखाते।
15 जून को ही फ्रांस के मिडफिल्डर पॉल पोग्बा, जिन्हें जर्मनी के खिलाफ गोल मारने के बार मैन ऑफ दी मैच चुना गया था, उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की मेज से हाइनिकेन की बीयर की बोतलें हटा दीं, जबकि कोका-कोला की बोतलें वहां रखी रहीं, जानते हैं क्यों, क्योंकि 2019 में पॉल पोग्बा ने इस्लाम धर्म अपना लिया था जहां एल्कोहल से दूर रहने की सीख दी जाती है, वैसे ही जैसे साउथ अफ्रीका के हाशिम अमला देश के लिए बिना पैसे के खेलते रहे क्योंकि उनकी जर्सी पर शराब का विज्ञापन था, वैसे ही जैसे आरसीबी से खेलते हुए परवेज रसूल ने बियर कंपनी के विज्ञापन को टेप से छिपा दिया था। हालांकि कहा जाता है कि हाइनिकेन में एल्कोहल नहीं होता, लेकिन उसके साथ बियर जुड़ा है।
खैर, चलते-चलते आपको बताता चलूं कि क्रिस्टियानो रोनाल्डो वेट लॉस सप्लीमेंट Herbalife के भी ब्रांड एंबेसडर हैं। 2019 में जर्नल साइंस डायरेक्ट में ‘Slimming to the Death: Herbalife-Associated Fatal Acute Liver Failure’ नामक रिपोर्ट छपती है जिसमें बताया गया कि भारत में एक युवती की मौत Herbalife के प्रोडक्ट की वजह से हुई। कुछ महीने के सेवन के बाद युवती का लिवर फेल हो जाता है। रिपोर्ट छपने के बाद कंपनी की तरफ से लेखक को धमकी दी जाती है और साइंस डायरेक्ट ने रिपोर्ट को डिलिट कर दिया, क्योंकि भारत में उसे बड़ा बाजार दिख रहा है। और ऐसी शिकायतें बस भारत से नहीं हैं। इजरायल, स्पेने जैसे कई देशों में Herbalife पर मुकदमा चल रहा है। 2016 में कंपनी पर हुए मुकदमा के बाद इन्होंने 200 मिलियन डॉलर देकर अपना गला बचाया था। पिछले साल Herbalife कंपनी को चीन में दर्ज हुए कई आपराधिक मुकदमों के एवज में 123 मिलियन डॉलर बतौर जुर्मना चुकाना पड़ा था।
मिथिलेश धर दूबे के फेसबूक वाल से