पटना सहित पूरे बिहार में लोग अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण से बचे हुए हैं, यह राहत की बात है। चिंता की वजह एच1एन1 (स्वाइन फ्लू) वायरस का एक्टिव हो जाना है। इस सीजन में अब तक सिर्फ लोग स्वाइन फ्लू के वायरस से संक्रमित पाये गये हैं।
वहीं पारस एचएमआरआइ के क्षेत्रीय निदेशक डॉ तलत हलीम ने कहा कि स्वाइन फ्लू से घबराने की जरूरत नहीं है। इस संक्रमण से बचाव संभव है । इंजेक्शन व दवा के माध्यम से मरीजों को ठीक किया जा रहा है। अगर किसी व्यक्ति को लक्षण दिखते हैं तो उन्हें समय पर इलाज के लिए अस्पताल पहुंचना चाहिए।
क्या है लक्षण
स्वाइन फ्लू से प्रभावित लोगों में नाक से पानी बहना या नाक बंद हो जाना, सांस लेने में तकलीफ, गले में खराश, सर्दी-खांसी, बुखार, सिरदर्द, शरीर दर्द, थकान, ठंड लगना, पेट दर्द और कभी-कभी दस्त उलटी आने जैसी दिक्कत हो सकती है।
कैसे करें बचाव
खांसी, जुकाम, बुखार के रोगी दूर रहें। आंख, नाक, मुंह को छूने के बाद किसी अन्य वस्तु को न छूएं व हाथों को साबुन व एंटीसेप्टिक से धोकर साफ करें। खांसते, छीकते समय मुंह व नाक पर कपड़ा रखें। दही का सेवन नहीं करें, छाछ ले सकते हैं। खूब उबला हुआ पानी पीयें व पोषक भोजन व फलों का उपयोग करें।