गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को संसद में कहा है कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के लिए किसी व्यक्ति को किसी तरह का कोई दस्तावेज़ देने की ज़रूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि दस्तावेज़ न देने पर किसी को डाउटफुल सिटीज़न चिन्हित नहीं किया जाएगा। अख़बार द स्टेट्समैन में छपी एक ख़बर के अनुसार अमित शाह ने कहा, “आपके पास जो जानकरी है वही दीजिए और जो जानकारी नहीं है वो जगह ख़ाली छोड़ दीजिए।”
अमित शाह कांग्रेस नेता ग़ुलाम नबी आजा़द के एक सवाल का उत्तर दे रहे थे जिसमें उन्होंने पूछा था कि एनपीआर के फॉर्म में डाउटफुल सिटीज़न का बिंदु हटाया जा रहा है या नहीं।
दंगा करने वालों को पाताल से भी खोज कर लाएंगे: शाह
हिंसा से ठीक पहले 22 फरवरी को कुछ सोशल मीडिया अकाउंट बनाए गए। 26 फरवरी को बंद कर दिए। वे लोग भी कहीं बैठे होंगे और मेरी बात सुन रहे होंगे। अगर उन्हें लगता है कि वे बच जाएंगे तो मैं साफ कर दूं कि उन्हें पाताल से भी खोज कर लाएंगे। अंकित शर्मा पर जिसने चाकू चलाया उसे भी दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।