हरियाणा सरकार में भले ही बीजेपी बड़ी पार्टी बनकर उभरी हो लेकिन सच्चाई ये है कि खट्टर का जो 75 सीट जीतने का सपना था वो टूट गया । कॉग्रेस ने इस बार कड़ी टक्कर दी है । वहीं किंगमेकर की भुमिका में जेजेपी उभर कर आई है ।
लेकिन इन सबसे इतर मनोहर सरकार के पांच दिग्गज मंत्री हार गए हैं । सोनीपत से कविता जैन, नारनौंद विधानसभा से कैप्टन अभिमन्यु, महेंद्रगढ़ विधानसभा से रामबिलास शर्मा, बादली विधानसभा से ओम प्रकाश धनखड़, और इसराना विधानसभा से कृष्ण लाल पंवार हार गए हैं ।
सोनीपत विधानसभा- कविता जैन
हरियाणा की सोनीपत सीट से भाजपा ने मंत्री कविता जैन को मैदान में उतारा था। कविता जैन मनोहर सरकार की इकलौती महिला मंत्री हैं। जैन के सामने कांग्रेस ने चंद महीने पहले पार्टी में आए सुरेंद्र पंवार को मैदान में उतारा। सोनीपत सीट से मंत्री कविता जैन चुनाव हार चुकी हैं। इस सीट पर पिछले दो बार वर्ष 2009 व 2014 से लगातार कविता जैन जीत दर्ज कर चुकी हैं।
नारनौंद विधानसभा- कैप्टन अभिमन्यु
नारनौंद विधानसभा से कैप्टन अभिमन्यु हार गए हैं। कैप्टन, मनोहर सरकार में वित्तमंत्री रहे। मुख्यमंत्री के बाद सबसे दमदार वित्त मंत्रालय कैप्टन के पास ही था। ऐसे में कैप्टन की हार से भाजपा को बड़ा झटका लगा है। उन्होंने हलके में काम भी कराए थे, लेकिन अंतिम दो दिनों में भाजपा की हवा खराब होने और जजपा का ग्राफ बढ़ने से कैप्टन के पसीने छूटे हुए थे। कैप्टन के सामने जजपा के रामकुमार गौतम मैदान में थे, जो पूर्व विधायक रह चुके हैं। गौतम 2005 में भाजपा की टिकट पर ही विधायक बने थे।
महेंद्रगढ़ विधानसभाः रामबिलास शर्मा
राजस्थान बार्डर पर स्थित महेंद्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी रामबिलास शर्मा हार गए हैं। रामबिलास, मनोहर सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। ऐसे में इनकी हार से भाजपा को बड़ा झटका लगा है। राम बिलास का मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी राव दान सिंह से था। दोनों सातवीं बार आमने-सामने थे। दोनों के बीच छह बार हुए मुकाबले में दोनों तीन-तीन बार विधायक रहे। वैसे महेंद्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र से अब तक रामबिलास शर्मा पांच बार, जबकि राव दान सिंह तीन बार चुनाव जीत चुके हैं। इस सीट पर हमेशा भाजपा व कांग्रेस के बीच ही मुकाबला रहा है।
बादली विधानसभाः ओम प्रकाश धनखड़
कृषि मंत्री ओपी धनखड़ के चुनाव मैदान में उतरने से बादली विधानसभा सीट प्रदेश की हॉट सीटों में एक रही, लेकिन धनखड़ हार गए। धनखड़ के पक्ष में भाजपा सांसद व एक्टर सनी देओल ने प्रचार भी किया था, लेकिन वे जीत नहीं सके। भाजपा उम्मीदवार ओपी धनखड़ 2014 में यहां से विधायक चुने गए थे और इस समय वे मनोहर सरकार में मंत्री थे। करीब 11 हजार वोट से उन्होंने निर्दलीय कुलदीप वत्स पर जीत दर्ज की थी। कुलदीप वत्स को इस बार कांग्रेस ने मैदान में उतारा। मुकाबला यहां पर पहले ही आमने-सामने का लग रहा था, लेकिन जजपा के संजय कबलाना ने सभी समीकरण बिगाड़ कर मुकाबला को तिकोना कर दिया।
इसराना विधानसभा- कृष्ण लाल पंवार
इसराना विधानसभा से भाजपा के दिग्गज मंत्री कृष्ण लाल पंवार 19927 वोट से हार गए हैं। कृष्ण, मनोहर सरकार में परिवहन मंत्री रहे। इन्हें कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि ने हराया, जिन्हें 60825 वोट मिले। 2014 में उन्होंने कांग्रेस के बलबीर सिंह को हराया था और सरकार में परिवहन, आवास व जेल मंत्री बने। मतलौडा से अपनी मैट्रिक पूरी करने के बाद उन्होंने जयपुर से बॉयलर योग्यता में डिप्लोमा पूरा किया। बाद में वह राजनीति में शामिल हो गए और आईएनएलडी के सक्रिय सदस्य बने। वह हरियाणा सर्किल में हरियाणा ओलंपिक संघ के अध्यक्ष और कबड्डी एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं।