
योगी सरकार । यानी उत्तर प्रदेश की सरकार ने कल सुबह 11 बजे अपनी राजधानी लखनउ से दो आतंकी पकड़े हैं । एटीएस ने अपने स्पेशल ऑपरेशन में इन दो आतंकियों को गिरफ्तार किया । इन दोनो गिरफ्तारी चुनाव से पहले काफी अहम मानी जा रही है । लेकिन उत्तर प्रदेश की विपक्षी पार्टियाँ इस गिरफ्तारी को अलग ही नजरिये से देख रही है । अखिलेश सिंह यादव ने कहा कि उन्हे युपी पुलिस पर भरोसा नहीं है तो मायावती ने गिरफ्तारी पर ही उंगली उठा दी ।
ऑपरेशन अलकायदा’ पर बड़े खुलासे
ATS के हत्थे चढ़ आतंकियों से जो खुलासा हुआ उसके मुताबिक अलकायदा के आतंकी धर्मिक स्थलों को निशाना बनाना चाहते थे। गिरफ्तार आतंकियों के पास से अयोध्या का नक्शा भी मिला है और आतंकी काशी और मथुरा को भी निशाना बनाना चाहते थे। नापाक साजिश को अंजाम देने 3000 रुपये में प्रेशर कुकर बम बनाया था, पकड़े गए आतंकी टेलीग्राम, व्हाट्सऐप के जरिए चैट किया करते थे।
इस खुलासे से अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि ATS की इस कामयाबी से कितनी बड़ी साजिश नाकाम हो चुकी है। संदिग्ध आतंकियों के पास से कथित तौर पर बरामद हुए सामान और नक्शे के मुताबिक आतंकियों ने राम मंदिर के आसपास के इलाके की रेकी की थी तो क्या आरोपों के मुताबिक पकड़े गए आतंकी राम मंदिर को ही निशाना बनाना चाहते थे।

आरोपियों से हुए इस खुलासे के बाद अयोध्या की सुरक्षा बढ़ा दी गई गई, भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया है। हिदुस्तान के खिलाफ इस बड़ी साजिश का मास्टर माइंड उमर अल मंदी बताया जा रहा है, उसी के इशारे सबकुछ हो रहा था। फिलहाल पकड़े गए आतंकियों से पूछताछ लगातार जारी है आने वाले समय और कई खुलासे होने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) ने रविवार को राजधानी लखनऊ में अलक़ायदा समर्थित ‘अंसार ग़ज़वतुल हिंद’ से जुड़े दो संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस का कहना है कि ये लोग आगामी स्वतंत्रता दिवस पर लखनऊ सहित कई शहरों में बम विस्फोट करने की फिराक में थे।
अखिलेश यादव के बाद मायावती ने भी योगी सरकार पर उठाई उंगली
इन गिरफ्तारियों को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने यूपी पुलिस और बीजेपी पर सवाल उठाए हैं। मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा कि संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी की आड़ में राजनीति नहीं होनी चाहिए।
बसपा सुप्रीमो ने लिखा,
”यूपी पुलिस का लखनऊ में आतंकी साजिश का भंडाफोड़ करने और इस मामले में गिरफ्तार दो लोगों के तार अलकायदा से जुड़े होने का दावा अगर सही है तो यह गंभीर मामला है। इस पर उचित कार्रवाई होनी चाहिए। इसकी आड़ में कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए, जिसकी आशंका व्यक्त की जा रही है।”
मायावती ने आगे लिखा,
”यूपी विधानसभा आमचुनाव के करीब आने पर ही इस प्रकार की कार्रवाई लोगों के मन में संदेह पैदा करती है। अगर इस कार्रवाई के पीछे सच्चाई है तो पुलिस इतने दिनों तक बेखबर क्यों रही? यह वह सवाल है जो लोग पूछ रहे हैं। अतः सरकार ऐसी कोई कार्रवाई न करे, जिससे जनता में बेचैनी और बढ़े।”