
चार साल पहले डीएसपी द्वारा दुष्कर्म की शिकार दलित बच्ची को नया मददगार मिल गया है। यह मददगार भी कोई और नहीं, बल्कि आरोपी डीएमपी कमलकांत की पत्नी है, जिसने एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि उस वक्त पीड़ित दलित नाबालिग बच्ची के भाई ने इसकी शिकायत की थी , लेकिन रसूखदर और ओहदे के वजह से बलात्कार की पीड़ित नाबालिग दलित बच्ची की आवाज दबा दी गयी। गया के पूर्व डीएसपी के पद पर तैनात कमलाकांत की पत्नी गया व्यवहार न्यायालय में अपना बयान दर्ज करवाने पहुंची थी।
बलात्कारी डीएसपी के पत्नी ने बताया कि इसकी जानकारी पीड़ित नाबालिग दलित बच्ची ने उन्हें घर जाकर बताई थी, उस समय महिला थाने को भी इसकी जानकारी दी गई। उस वक्त नाबालिग दलित बच्ची के भाई द्वारा इस दुष्कर्म की घटना पुलिस को लिखित शिकायत कर की गई थी , पर कमलाकांत के रसूखदार के वजह से दलित नाबालिग बच्ची के साथ हुए बलात्कार के दोषी डीएसपी कमलाकांत को कोई बाल बांका भी नहीं कर सका। लेकिन पति ने इस मामले को दबा दिया था। डीएसपी कमलाकांत सन 2017 में गया मुख्यालय में डीएसपी के पद पर तैनात थे।

आज चार साल बाद यह मामला फिर से तूल पकड़ने लगा है। मामले में क्राइम ब्रांच के सब इंस्पेक्टर हरेंद्र कुमार ने बताया कि यह मामला सन 2017 का है , उस वक्त कमलाकांत गया मुख्यालय में डीएसपी के पद पर तैनात थे। उनके यहां पटना से लाई गई एक नाबालिग बच्ची को घर पर काम करने के लिए लाया गया था , लेकिन उस बच्ची के साथ डीएसपी कमलाकांत ने बलात्कार किया। इसकी जानकारी पीड़ित नाबालिग दलित बच्ची ने अपने भाई को दी थी , लेकिन इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। आज 2021 के जून में इस घृणित कुकृत्य की गवाही बलात्कारी डीएसपी की पत्नी की दर्ज गया के व्यवहार न्यायालय में करवाई गई है।